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समसामयिक दिशा-निर्देश : 1

समसामयिक दिशा-निर्देश : 1

सभी साधक भैया-बहनों केलिए मैत्रीवत् सूचना सदेश
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A. दिनांक 01.01.2015 से फेसबुक के जरिए”पंचकोशी साधना” प्रथम बैच की कक्षाएं शुरू हो जाएगी।
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B. शोध-विषय —– — आत्म-परिष्कार ( Self-refinement)
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सैद्धान्तिक अध्याय —–प्रथम सत्र के लिए 


* जीवन जीने की कला के सार्वभौम 25 सूत्र —-प्रति सप्ताह एक सूत्र को हृदयंगम मनन-चिंतन व चरित्र में धारण का अभ्यास। ( संदर्भ पुस्तक—– गायत्री महाविज्ञान– अध्याय गायत्री स्मृति)


* युग समस्याओं के समाधान हेतु युगऋषि पं० श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा अनुसंधानित “प्रज्ञोपनिषद् ” के प्रथम मंडल का चुने हुए 12 श्लोकों का युगानुरूप वैज्ञानिक विश्लेषण (पाक्षिक ).


प्रायोगिक( Practical)——- प्रथम सत्र के लिए ——

* आत्मचेतना के पाँच परतों में से सबसे बाहरी “अन्नमयकोश” का शुद्धिकरण पर विशेष ध्यान — साथ ही अन्य कोशों पर संतुलित ध्यान।

( संदर्भ पुस्तक—- गायत्री की पंचकोशी साधना )


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C. शिक्षण शैली —–

* हमें किन्हीं को कुछ भी नहीं पढ़ाना है —– बल्कि आपसे हमको पढ़ना है— हरेक साधक अपने घर में ही अपने मनोनुकूल रूटीन के अनुसार स्वाध्याय एवं प्रैक्टिकल करेंगे —- और अपने पाक्षिक अनुभवों से हमें भी लाभान्वित करायेंगे—- जहाँ अवरोध आयेगा, वहाँ से प्रगति के लिए यदि आप चाहेंगे तो हम भी अपने अनुभवों को शेयर करेंगे।


* सार्वजनिक जिज्ञासा समाधान के लिए रविवार का दिन रखा जा सकता है।जिन फेसबुक मित्रों से प्रत्यक्ष साक्षात्कार नहीं हुआ है, उनका फोटो आइडी डिटेल्स रहने से दूरस्थ होने पर भी टेलीपैथी संप्रेषण से सहायता की जा सकती है।


———— सस्नेह , पंचकोशी प्रशिक्षक Lal Bihari Singh

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