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समसामयिक दिशा निर्देश: 3

समसामयिक दिशा निर्देश: 3

अन्नमयकोश पर शोध हेतु प्रायोगिक विषय ~
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चूँकि 10 वर्षीय पंचकोशी-साधना अभियान में ~ प्रत्येक कोश पर शोध के लिए मात्र दो वर्ष ही मिल रहे हैं। अत: अच्छे परिणाम के लिए प्रायोगिक साधना को नियमबद्ध करना अनिवार्य है ~
* आज मकर संक्रान्ति है— उत्तरायण सूर्य का प्रस्थान बिन्दु है — तो चेतना की उत्तरायण यात्रा के लिए हमसब भी अन्नमयकोश कोश के तपस्या चैप्टर अन्तर्गत 12 प्रकार के तप में से अपने रूचि-मनोभूमि- समय-सुविधानुसार एक-एक तप का,आंशिक ही सही, मासिक शोध प्रयोग कर अनुभव प्राप्त किया जा सकता है। * साथ में आसन को नियमित , उपवास को साप्ताहिक, तथा तत्व शुद्धि को दोस्तीपरक समादर करते हुए साथ में जोड़े रखा जाय।
———– प्रशिक्षक, L.B.Singh

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