Pragyakunj, Sasaram, BR-821113, India
panchkosh.yoga[At]gmail.com

Category: Physical Body (अन्नमय कोश)

Panchkosh Yoga: A practical tool for "Self Awakening"

Yuganukul Tapscharya

PANCHKOSH SADHNA – Online Global Class – 05 Dec 2020 (5:00 am to 06:30 am) – Pragyakunj Sasaram _ प्रशिक्षक श्री लाल बिहारी सिंह ॐ भूर्भुवः स्‍वः तत्‍सवितुर्वरेण्‍यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्‌| Please refer to the video uploaded on youtube. sᴜʙᴊᴇᴄᴛ: युगानुकुल तपश्चर्या Broadcasting. आ॰ अमन जी आ॰ गायत्री हिरास्कर जी (पुणे, …

Benefits of Tatva-Sudhi

PANCHKOSH SADHNA – Online Global Class – 28 Nov 2020 (5:00 am to 06:30 am) – Pragyakunj Sasaram – प्रशिक्षक Shri Lal Bihari Singh ॐ भूर्भुवः स्‍वः तत्‍सवितुर्वरेण्‍यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्‌| Please refer to the video uploaded on youtube. sᴜʙᴊᴇᴄᴛ: तत्त्व शुद्धि से आश्चर्यजनक लाभ Broadcasting. आ॰ अमन जी आ॰ सुशील …

Scientific and Spiritual Aspects of Yogasana

PANCHKOSH SADHNA – Online Global Class – 14 Nov 2020 (5:00 am to 06:30 am) – Pragyakunj Sasaram – प्रशिक्षक Shri Lal Bihari Singh ॐ भूर्भुवः स्‍वः तत्‍सवितुर्वरेण्‍यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्‌| Please refer to the video uploaded on youtube. sᴜʙᴊᴇᴄᴛ: आसन का आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक पक्ष Broadcasting. आ॰ अमन जी योग …

Introduction of Annamay Kosh

PANCHKOSH SADHNA – Online Global Class – 07 Nov 2020 (5:00 am to 06:30 am) – Pragyakunj Sasaram – प्रशिक्षक Shri Lal Bihari Singh ॐ भूर्भुवः स्‍वः तत्‍सवितुर्वरेण्‍यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्‌| Please refer to the video uploaded on youtube. sᴜʙᴊᴇᴄᴛ: अन्नमयकोश का परिचय Broadcasting. आ॰ अमन जी आ॰ अमन जी (गुरूग्राम, …

तपश्चर्या (Tapashcharya)

तपश्चर्या Online Global Class – 30 May 2020 🌞 आ० शैली अग्रवाल (पंचकूला). गुरूदेव ने वेद वेदांग सद् साहित्य आदि के भाष्य के सरलीकरण द्वारा इसे सर्वसाधारण हेतु व्यवहारिक व सर्वसुलभ बनाया है| गीता में ३ प्रकार के तप वर्णित हैं – तामसिक, राजसी व सात्विक तप| १२ प्रकार के तपश्चर्याएं हैं:-👉 १. कर्षण तप. जहाँ तक संभव …

गायत्री के पांच मुख पांच दिव्य कोश : अन्नमय कोश – ४

अन्नमय कोश की शुद्धि के चार साधन –३. तत्व-शुद्धि    यह श्रृष्टि पंच तत्वों से बनी हुई है | प्राणियों के शरीर भी इन्ही तत्वों से बने हुए हैं | मिटटी , जल , वायु , अग्नि और आकाश इन् पांच तत्वों का यह सबकुछ संप्रसार है | जितनी वस्तुवें दृष्टिगोचर होती हैं या इन्द्रियों …

गायत्री के पांच मुख पांच दिव्य कोश : अन्नमय कोश – ३

अन्नमय कोश की शुद्धि के चार साधन — २. आसन ऋषियों ने आसनों को योग साधना मे इसलिए प्रमुख स्थान दिया है क्योकि ये स्वस्थ्य रक्षा के लिए अतीव उपयोगी होने के अतिरिक्त मर्म स्थानों मे रहने वाली ‘ हव्य- वहा ‘ और ‘कव्य- वहा ‘ तडित शक्ति को क्रियाशील रखते हैं| मर्म स्थल वे …

गायत्री के पांच मुख पांच दिव्य कोश : अन्नमय कोश – २

अन्नमय कोश की शुद्धि के चार साधन –  १. उपवास अन्नमय कोश की अनेक सूक्ष्म विकृतियों का परिवर्तन करने मे उपवास वही काम करता है जो चिकित्सक के द्वारा चिकित्सा के पूर्व जुलाब देने से होता है | ( चिकित्सक इसलिए जुलाब आदि देते हैं क्योकि दस्त होने से पेट साफ़ हो और औषधि अपना …

गायत्री के पांच मुख पांच दिव्य कोश : अन्नमय कोश -१

गायत्री के पांच मुखों मे आत्मा के पांच कोशों मे प्रथम कोश का नाम ‘ अन्नमय कोश’ है | अन्न का सात्विक अर्थ है ‘ पृथ्वी का रस ‘| पृथ्वी से जल , अनाज , फल , तरकारी , घास आदि पैदा होते है | उन्ही से दूध , घी , माँस आदि भी बनते …

पञ्चकोश-साधना (Panchkosh Sadhna)

पाँच तत्वों से बने इस शरीर में उसके सत्व गुण चेतना के पाँच उभारों के रूप में दृष्टिगोचर होते हैं (१) मन, माइण्ड (२) बुद्धि, इण्टिलैक्ट (३) इच्छा, विल (४) चित्त, माइण्ड स्टफ (५) अहंकार, ईगो पाँच तत्वों (फाइव ऐलीमेण्ट्स) के राजस तत्व से पाँच प्राण (वाइटल फोर्सेज) उत्पन्न होते हैं। पाँच ज्ञानेन्द्रियाँ उन्हीं के …