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Category: Pt. Shree Ram Sharma “Acharya”

Panchkosh Yoga: A practical tool for "Self Awakening"

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (17-01-2025)

आज की कक्षा (17-01-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- कठोपनिषद् में आया है कि यह प्रणव ही आत्मसाक्षात्कार का श्रेष्ठ अवलम्बन है, यही परमात्मा के ध्यान का आधार होने से सर्वश्रेष्ठ है, इस ब्रह्म की प्राप्ति के आश्रय को जानकर साधक गण ब्रह्म लोक को प्राप्त करते हैं, का क्या अर्थ है, प्रणव क्या …

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (16-01-2025)

आज की कक्षा (16-01-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- कठोपनिषद् में आया है कि मनुष्य के मृत हो जाने पर आत्मा का अस्तित्व रहता है, यह वाक्य अनेको बार चर्चा में आती है, इसे सही में कैसे समझे कि मरने के बाद आत्मा का क्या होता है चारवाक का दार्शनिक / भौतिक पक्ष से …

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (15-01-2025)

आज की कक्षा (15-01-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- कठोपनिषद् में त्रिविध ‘नचिकेत’ विद्या का ज्ञाता तीन सधियों को प्राप्त होकर, तीन कर्म सम्पन्न करके जन्म मृत्यु के पार हो जाता है, वह ब्रह्म यज्ञरूप स्तुत्य देव का साक्षात्कार करके निश्चित रूप से अत्यंत (परम) शांति को प्राप्त करता है, यहा तीन संधिया कौन …

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (14-01-2025)

आज की कक्षा (14-01-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- कठोपनिषद् में आया है कि हे यमराज ! आप स्वर्ग के साधनभूत अग्निविद्या को भली-भांति जानते हैं, अतः मुझ श्रद्धालु को वह अग्निविद्या भली प्रकार समझाएं, जिसके द्वारा स्वर्गलोक को प्राप्त हुए पुरुष अमृत्व को प्राप्त करते हैं, इस अग्नि विद्या को मैं द्वितीय वर के …

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (13-01-2025)

आज की कक्षा (13-01-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- कठोपनिषद् में पुत्र के वचन से सहमत होकर पिता ने नचिकेता को यम के पास भेज दिया वे बाहर गए थे, नचिकेता प्रतीक्षारत रहे, लौटने पर यम की पत्नी ने उन्हें कहा – वैश्वनार अग्नि ही ब्राह्मण अतिथि रूप में घरों में प्रवेश करते हैं, संभ्रांत …

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (03-01-2025)

कक्षा (03-01-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- विजयदशमी पर हर बार रावण को जलाया जाता है लेकिन हमें संदेश यह देना है कि अपने भीतर के रावण को जलाना है, लेकिन केवल रावण को ही जलकर कहा जाता है कि यह अच्छाई का बुराई पर जीत है, यह छोटा सा संदेश ही दिया जाता …

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (02-01-2025)

कक्षा (02-01-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- तैतरीयोपनिषद् में आया है कि हे परमात्मा मेरी वाणी मन में स्थित हो, मन वाणी में स्थित हो, आप मेरे समक्ष प्रकट हो, मेरे लिए वेद का ज्ञान लाए, मै पूर्व सुक्त ज्ञान को विस्मृत ना करू, इस स्वाध्यायशील प्रवृति से मै दिन व रात को एक …

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (01-01-2025)

कक्षा (01-01-2025) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- एकाक्षरोपनिषद् में आया है कि आप अकेले ही स्त्री, पुरुष, कुमार एवं कुमारी हैं, आप ही पृथ्वी है, आप ही धाता, वरूण, सम्राट, संवत्सर, अग्नि और अरेमा है, आप ही सब कुछ है, का क्या अर्थ है ये सभी आदित्य / सुर्य के नाम है सुर्य धारण …

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (31-12-2024)

आज की कक्षा (31-12-2024) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- एकाक्षरोपनिषद् में आया है कि विभिन्न रूपो वाले आप ही सुर्य मंडल में विद्यमान तथा अन्यत्र अज्ञान अंधकार को घनिष्ट करते हुए प्रतिष्ठित है, इस विराट स्वरूप के हृदयरूपी आकाश में ब्रह्माण्ड गर्भिणी सुनाभि स्थित है, वह भी आप ही है, सुर्य आदि में जो …

पंचकोश जिज्ञासा समाधान (30-12-2024)

आज की कक्षा (30-12-2024) की चर्चा के मुख्य केंद्र बिंदु:- एकाक्षरोपनिषद् में आया है कि आप ही समस्त विश्व – वसुधा के कण कण में जीवनी शक्ति के रूप में विद्यमान है, आप कवियों (मन्त्रद्रष्टा ऋषियों) के आश्रयभूत है, समस्त लोको की रक्षा करने वाले है, आप ही हिरण्यरेता ( अग्नि ) रूप और यज्ञ …