यथासम्मान स्नेह-प्रणाम !……. चूँकि अब “पंचकोशी साधना प्रशिक्षक-प्रशिक्षण सत्र ” के विधिवत् परम पूo गुरुदेव के संरक्षण-अनुशासन में सत्र 1 January 2015 है, अतः प्रारंभिक पूर्व तैयारी कर ली जानी चाहिए ~
A. रहन-सहन का सिद्धांत — दिनचर्या को नियमित करना तथा घर एवं उसके वातावरण को स्वच्छ व कीटाणुरहित बनाये रखना ही रहन-सहन है। इससे व्यक्ति सदा स्वस्थ व समर्थ बना रह सकता है। रहन-सहन के प्रमुख सूत्र —-
1. सूर्योदय से पूर्व उठना — सूर्य का संबंध नाभि के सोलर प्लेक्सस से। अतः उषापान करके सिस्टम ठीक कर लिया जाय +मंत्रलेखन +स्वाध्याय।
2.स्वच्छता सफाई —-शरीर +वस्त्र +परिकर।
3.जप-ध्यान + APMB( आसन,प्राणायाम, मुद्रा, बंध)
4.भोजन — क्यों खायें? कब खायें?क्या खायें? कितना?
कैसे खायें? का ध्यान।
5.ड्यूटी वर्क—–ईश्वर का काम समझकर, कुशलता पूर्वक
6.मनोरंजन — ताजगी के साथ कुछ नया सीखने को मिले
7.विश्राम — जब भी शरीर में थकावट हो। हरहाल मस्त रहने की कला का अभ्यास।
(निदिध्यासन– रात्रि सोते समय तत्वबोध + सुबह जगते समय आत्मबोध की साधना)
————-समय निर्धारण अपने मनोभूमि अनुसार—–
B.कम से कम एक राउंड हमारे शांतिकुंज में चले पंचकोशी साधना के पाँचों कोशों के विडियो क्लिप्स अवश्य देख लिया जाए।
C.आवश्यक स्वाध्याय सामग्री संकलित कर ली जाय।
—————संशय में आवश्यक चर्चा ————-
उच्चस्तरीय साधना में प्रवेश से पूर्व आवश्यक आन्तरिक तैयारी नेक्स्ट पोस्ट में । प्रणाम।
———- —— आपका बेस्ट फ्रेंड, L B Singh
6–6 माह के कुल 19 सेमेस्टरों के (Theoretical &Practical) कक्षाओं के नाम
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01. आसन+आहार शुद्धि
02. उपवास
03.तत्व शुद्धि
04.तपस्या
05.प्राणायाम
06.बंध
07.मुद्रा
08.जप
09.ध्यान
10. त्राटक
11. तन्मात्रा साधना
12.सो$हम् साधना
13.आत्मानुभूति योग
14.स्वर संयम
15.ग्रंथि भेदन
16.नाद साधना
17.बिन्दु साधना
18.कला साधना
19.तुरीयातीत
(हरेक सेमेस्टरों के बाद साप्ताहिक परीक्षा – सत्र चलेगा। सेमेस्टर कक्षाओं का प्रशिक्षण – स्थल सभी के लिए अपने – अपने घरों का साधनाकक्ष ही होगा। अध्ययन सामग्री लिखा दी जाएगी। परामर्श मार्गदर्शन का सातत्य एन्ड्रोवाएड से मिलता रहेगा। प्रत्यक्ष कक्षाओं की जरूरत महसूस होने पर विश्वव्यापी समूहमन से चयनित स्थलों पर 5 दिवसीय साधना शिविर /एक दिवसीय मैत्रीवत् कक्षा को रखा जा सकता है। हमारे 5 दिवसीय पंचकोशी साधना सत्रों के लिए मांगपत्र शांतिकुंज भेजना होगा, कार्य क्रम शृंखला को ध्यान में रखते हुए समायोजित कर ली जाएगी। मैत्रीवत् कक्षा के लिए व्यक्तिगत सम्पर्क सूत्र से सुविधानुसार व्यवस्था बनाई जा सकती है।)
आवश्यक सत्परामर्श एवं स्वीकृति हेतु अपने प्रारंभिकआधारस्तम्भ के आoप्रशिक्षक मित्रों को सादर सूचनार्थ प्रेषित। ———-मित्र प्रशिक्षक लाल बिहारी सिंह
विज्ञप्ति —(पंचकोशी साधना विषयक सूचना)
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पंचकोशी साधना से संबंधित फेसबुक पर दो पेज हैं —
1.”Panchkoshi Sadhna “— यह पंचकोशी साधना प्रशिक्षक L B Singh (Lal Bihari Singh) का निजी प्रकोष्ठ है। इसमें व्यक्तिगत फेसबुक मित्रता हेतु सम्पर्क किया जा सकता है। परंतु Timeline में Tagging not allowed. इससे शोध कार्यों की तारतम्यता विश्रृंखलित होती है। निजी अभिरुचि के आवश्यक सामग्री फेसबुक के मैसेज चैप्टर में भेेजा जा सकता है। सभी मित्रों को यथासम्मान स्नेह-प्रणाम।
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2.”Panchkoshi Sadhna Classroom “—- यह Closed Group श्रेणी का एक ग्रुप पेज है। जो पंचकोशी साधना का Classroom है। जहाँ पर “पंचकोशी साधना “पर अनुसंधान कर्त्ता प्रशिक्षक समूह द्वारा एतद् विषयक सभी विन्दुओं पर गहन स्वाध्यायपरक तथा प्रायोगिक अनुभवों पर सार्थक चर्चाएं होंगी।
पंचकोशी साधना में प्रशिक्षक स्तर की प्रवीणता प्राप्त करने को इच्छुक मित्रगण इसमें निबंधन हेतु रिक्वेस्ट भेज सकते हैं। ZOOM के जरिए ही विधिवत् निःशुल्क विश्वस्तरीय कक्षाएँ चलने लगेंगी। हर 6माह पर नया बैच जुड़ता जाएगा। आत्मीयता+अनुशासन। सभी को प्रणाम।
—–पंचकोशी साधना प्रशिक्षक, मित्र L B Singh.
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