मुक्तिकोपनिषद् (दुर्लभ) में … शुभ वासनाओं में ही मन लगाना चाहिए क्योंकि श्रेष्ठ वासनाओं की वृद्धि से दोष उत्पन्न नही होते का क्या अर्थ है?उत्तर: हर छन्दो, शब्दों में गणेश और सरस्वती है इसलिए शब्दों का दुरुपयोग न करे, शब्दों का सात्विक रूप भी होता है, प्राण भी होता हैवासना (हृदय में जो वास करता है) …
PANCHKOSH SADHNA – Online Global Class – 17 Jan 2021 (5:00 am to 06:30 am) – Pragyakunj Sasaram _ प्रशिक्षक श्री लाल बिहारी सिंह ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्| Please refer to the video uploaded on YouTube. https://youtu.be/JOFksxuOB9k sᴜʙᴊᴇᴄᴛ: प्रज्ञोपनिषद् -VI-III – हिमाद्रि हृदय प्रकरण Broadcasting: आ॰ अंकुर जी …
पंचकोश साधना ~ Online Global Class – 07 June 2020 (5:00 am to 6:30 am) – प्रज्ञाकुंज सासाराम – प्रशिक्षक श्री लाल बिहारी सिंह @ बाबूजी ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्| Please refer to Recorded Video Class विषय – पैंङ्गल उपनिषद् -2 प्रसारण/Admin. आ॰ अमन कुमार/आ॰ अंकूर सक्सेना,टीकावाचन. आदरणीय …
पंचकोश साधना ~ Online Global Class – 31 May 2020 (5:00 am to 6:30 am) – प्रज्ञाकुंज सासाराम – प्रशिक्षक श्री लाल बिहारी सिंह @ बाबूजी ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्| विषय – पैंङ्गल उपनिषद्प्रसारण/Admin. आ॰ अमन कुमार/आ॰ अंकूर सक्सेनाटीकावाचन. आदरणीय किरण चावला (USA) Please refer to Recorded Video …